Dil Ki Sun

मेरे साथ बिताये लम्हे के हर पल को संजोग के रखना ऐ मेरे दोस्त क्योकि हम याद तो तुम्हे बहुत आयेंगे पर लौट के नहीं । Love U NESARK

Thursday 8 September 2016

हम है देसी


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By-Kumar Vishwas
एशिया  के  हम  परिंदे , आसमा  है  हद  हमारी ,
जानते  है  चाँद  सूरज , जिद  हमारी  ज़द  हमारी ,
हम  वही  जिसने  समंदर  की , लहर  पर  बाँध  साधा ,
हम  वही  जिनके  के  लिए  दिन , रात  की  उपजी  न  बाधा,
हम  की  जो  धरती  को  माता , मान  कर  सम्मान  देते ,
हम  की  वो  जो  चलने  से  पहले , मंजिले  पहचान  लेते ,
हम  वही  जो  शून्य  मैं  भी , शून्य  रचते  हैं   निरंतर ,
हम  वही  जो  रौशनी  रखते , है  सबकी  चौखटों   पर ,
उन  उजालो  का  वही , पैगाम  ले  आए  है  हम ,
हम  है  देसी  हम  है  देसी  हम  है  देसी ,
हा  मगर  हर  देश  छाए  है  हम…..

ज़िंदा  रहने  का  असल  अंदाज़ , सिखलाये  है  हमने ,
ज़िंदगी  है  ज़िंदगी  के , बाद  समझाया  है  हमने ,
हमने  बतलाया  की , कुदरत  का  असल  अंदाज़  क्या  है ,
रंग  क्या  है  रूप  क्या  है , महक  क्या  है  स्वाद  क्या  है ,
हमने  दुनिया  मोहबत , का  असर  ज़िंदा  किया  है ,
हमने  नफरत  को  गले  मिल , मिल  के  शर्मिंदा  किया  है ,
इन  तरर्की  के  खुदाओं , ने  तो  घर  को  दर  बनाया ,
इन  पड़े  खली  मकानो , को  हमी  ने  घर  बनाया ,
हम  न  आते  तो  तरक्की , इस  कदर  न  बोल  पाती,
हम  न  आते  तो  ये  दुनिया , खिड़किया  न  खोल  पाती,
है  यसोदा  के  यहाँ पर , देवकी  जाये  है  हम ,
हम  है  देसी  हम  है  देसी  हम  है  देसी ,
हा  मगर  हर  देश  छाए  है  हम ……………

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